शहीदों का बलिदान देता है देश के लिए प्रतिबद्धता की प्रेरणा- डॉ अरुण कुमार कृषि विश्वविद्यालय में हर्षोल्लास से मनाया गया, 78 वां स्वतंत्रता दिवस। जोधपुर। कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर में 78 वें स्वतंत्रता दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति व समारोह के मुख्य अतिथि डॉ अरुण कुमार ने ध्वजारोहण कर मार्च पास्ट की सलाह मिली। उन्होंने राष्ट्रीय पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन हमें अपने शहीदों व वीर सैनिकों की याद दिलाता है जिनके अमूल्य बलिदान की बदौलत हमें यह आजादी प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि हमारे वीर सैनिकों का बलिदान देश की सेवा और विकास की दिशा में प्रतिबद्धता की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि हम सभी समाज और देश के प्रति अपने उत्तरदायित्व को समझें और इसका भली भांति निर्वाहन भी करें । उन्होंने अध्यक्षीय संबोधन में आगे कहा कि हम अपने विद्यार्थियों को ना केवल कुशल कृषि विशेषज्ञ बनाएं , बल्कि एक संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिक भी बनाने की दिशा में कार्य करें। कार्यक्रम के दौरान "बेस्ट केविके" अवार्ड केविके, गुड़ामालानी, बाड़मेर, बेस्ट अनुसंधान वैज्ञानिक पुरस्कार, डॉ एम एल महरिया, बेस्ट एफिलिएटेड कॉलेज, म्यूराक्सी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर, जोधपुर व मेरीटोरियस स्टूडेंट अवार्ड , आयुष खिचड़, कृषि महाविद्यालय, सुमेरपुर को दिया गया। समारोह के दौरान विद्यार्थियों की ओर से देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई। समारोह के दौरान माननीय कुलपति महोदय ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार भी प्रदान किए। समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय की कुल सचिव अदिति पुरोहित ने किया उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों के लंबे संघर्ष के बाद हमें स्वतंत्रता की सौगात मिली थी, उनके मूल्यों को हमें अक्षुण्ण रखना है। उन्होंने कहा कि हम सब का यह नैतिक दायित्व है कि इस समाज और देश के विकास के लिए हम अपने कार्य को पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा से करें। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ माया शर्मा ने किया। समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की पदाधिकारी, विद्यार्थी एवं अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे।
धरा पर पेड़ों से है जीवन का अस्तित्व - डॉ अरुण कुमार
'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत कृषि विश्वविद्यालय में पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन।
जोधपुर। कृषि विश्वविद्यालय में " एक पेड़ मां के नाम -2024' अभियान के तहत पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण कुमार ने पौधारोपण कर के की। इस मौके कुलपति ने कहा कि 'धरा पर पेड़ों के बिना स्वस्थ जीवन की कल्पना भी संभव नहीं है। इसलिए इनकी देखरेख करना हम सबका कर्तव्य है और पर्यावरण संरक्षण प्रहरी बनकर समाज में इस बारे में जागरूकता बढ़ाने की भी अत्यंत आवश्यकता है।
*मानसून में प्रत्येक विद्यार्थी लगाए एक पौधा*
कुलसचिव अदिति पुरोहित ने कहा कि मानसून में प्रत्येक विद्यार्थी को एक पौधा लगाने व उसकी देखभाल की जिम्मेदारी लेनी चाहिए , यह हरित धरा के लिए अत्यंत आवश्यक है। उप कुलसचिव डॉ प्रदीप पगारिया ने कहा कि पौधा रोपण के इस अभियान को जारी रखकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। पौधा रोपण के इस कार्यक्रम का आयोजन कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर के अधीनस्थ समस्त इकाइयां, संघटक व सम्बद्ध महाविद्यालयों में किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न कर्मचारी एवं विद्यार्थियों ने पौधारोपण करके उनकी देखभाल का संकल्प लिया।
इस मौके, वित्त नियंत्रक अंजली यादव, अध्यक्ष, कृषि महाविद्यालय ,डॉ एम एम सुंदरिया, निदेशक छात्र कल्याण, डॉ जे आर वर्मा, भू संपदा अधिकारी, डॉ जगदीश सिंह कच्छवाहा , क्षेत्रीय निदेशक, अनुसंधान , डॉ मोतीलाल महरिया, निदेशक पीएमई, डॉ रामदेव सुतलिया व जनसंपर्क अधिकारी डॉ संगीता शर्मा सहित अन्य शैक्षणिक व अशैक्षणिक कर्मचारी मौजूद रहे।
कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर द्वारा गोदित गाँव लूणी में विभिन्न कार्यक्रम
कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर द्वारा 74वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया तथा इस अवसर पर कुलपति प्रो.बी.आर. चौधरी एवं विश्वविद्यालय कार्मिको द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया
कुलपति प्रो.बी.आर. चौधरी एवं स्टाफ द्वारा माननीय राज्यपाल महोदय श्री कलराज मिश्र का जोधपुर में स्वागत
कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर के अधिनस्त कृषि महाविद्यालय, जोधपुर में वार्षिकोत्सव-2019 में कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर के माननीय कुलपति प्राफेसर भागीरथ सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में अभिभाषण किया और कहा कि भविष्य की चुनौतियों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के रूप में समाधान करने हेतु अध्ययन और अध्यापन के नवाचार जैसे समार्ट शिक्षा, गुगल टीचिंग, ई-लर्निंग, ई-डायरी इत्यादि को अपनाना होगा। जीवन के मूल्यों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को समय के पाबंध रहने का संकल्प दिलाया। कृषि में आ रही चुनौतियों जैसे रसायनों के अमापित इस्तेमाल को कम करने के लिए अनुसंधान में नवाचारों के लिए परिक्षणों को बढ़ावा दे तथा मानव रक्षा में योगदान देकर अपनी पुरात्तन भारतीय संस्कृति को जीवित रखें। आज भारतवर्ष खाद्यान के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो गया हैं। पर अब हमें किसानों की आय बढाने एवं उनकी समृद्धि एवं खुशहाली हेतु कृषि शिक्षा में व्यवसायिक शिक्षण के पाठ्यक्रम सम्मिलित करने की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमान अशोक कुमार चैधरी, कार्यकारी निदेशक, एफ.डी.डी.आई. जोधपुर ने छात्रों को पारितोषिक वितरण किया एवं छात्रों को पढाई के साथ-साथ रसायन इस्तेमाल से फैलने वाली गंभीर बिमारियों के बारे में समाज में जागरूमता लाने के लिए आव्हान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर उम्मेदसिंह, कृषि महाविद्यालय, जोधपुर ने की। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। इस दौरान कार्यक्रम में श्रीमान सी. एल. श्रीमाली (कुल सचिव, कृविवि, जोधपुर), प्रो0 ईश्वर सिंह (निदेशक छात्र कल्याण, कृविवि, जोधपुर), डाॅ. बी आर चैधरी (निदेशक अनुसंधान), डाॅ. बी एस राजपुरोहित (निदेशक पीएमई), प्रो0 वी एस जैतावत (निदेशक मानव संसाधन), डाॅ. एस के मूण्ड (ए डी एस डब्ल्यू) तथा समस्त अधिकारी, शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर पर आयोजित तीन दिवसीय प्रथम सब्जी विज्ञान कांग्रेस में देश के विभिन्न भागों से आए हुए वैज्ञानिकों ने सब्जियों के उत्पादन, गुणवत्ता सुधार एवं संरक्षण विषयों पर मंथन किया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में सब्जियों के आनुवांषिक सुधार पर, नवाचार एवं संकर किस्मों के विकास पर अपने शोध पत्रों का वाचन किया। कांग्रेस के दूसरे सत्र में जैव तकनिकी के नवाचार एवं उपयोग विषय पर व्याख्यान एवं शोध-पत्रों का आयोजन किया गया । सब्जी विज्ञान कांग्रेस के तृतीय सत्र में पश्चिमी राजस्थान में संरक्षित खेती की संभावनाओं पर व्याख्यान दिया। कांग्रेस के चतुर्थ सत्र में सब्जियों के नाषी जीव प्रबंधन पर रखा गया।
कृषि विश्व विद्यालय, जोधपुर एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद(भा.कृ.अनु.प.), सरसों अनुसंधान निदेशालय सेवर, भरतपुर के तत्वधान में दिनांक 29-01-2019 को गाँव खुणडाला/नागडी नागौर एवं दिनांक 30-01-2019 को पडासला ओसिया जोधपुर में सरसों पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया |
कृषि विश्व विद्यालय, जोधपुर ने " बीजीय मसालों फसलो की उन्नत उत्पादन तकनीकी " कृषक प्रशिक्षण का आयोजन कृषि अनुसंधान उपकेन्द्र , समदडी पर किया गया |
This year, India is celebrating its 70th Republic Day. First Republic Day of India was celebrated in 1950. Agriculture University Jodhpur hosted republic day function in university campus. On this occasion students have participated in various cultural activities.
This year, India is celebrating its 72nd Independence Day. Independence Day celebration by the Agriculture University Jodhpur is to pay tribute and remember all the freedom fighters who had contributed a lot and fought for the Independence of India. On this occasion students have done various cultural activities.
Various Yoga and Exercise Sessions on International Yoga Day at AU Jodhpur
Raj Bhawan | ICAR | BARC | Govt. of Rajasthan | UGC |
AICTE | IMD Pune | NAD | राजभवन | ICAR |
राजस्थान सरकार | UGC | AICTE | आईएमडी पुणे | NAD |